यूईएफए चैम्पियंस लीग के प्री-क्वार्टरफाइनल में लेग-2 के मुकाबले 11 मार्च से शुरू हो रहे हैं। इस राउंड में 16 टीमों के बीच 8 मैच होंगे। डिफेंडिंग चैम्पियन लिवरपूल पर बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि इंग्लिश टीम को पहले लेग मुकाबले में स्पेनिश क्लब एटलेटिको मैड्रिड ने 1-0 से हराया था। लिवरपूल के लिए सबसे बड़ी परेशानी यह है कि वह एटलेटिको के होम ग्राउंड पर हुए इस मुकाबले में वह एक भी गोल नहीं कर सका।
चैम्पियंस लीग के मुकाबलों में होम और अवे गोल, अगले चरण में पहुंचने में बड़ा रोल निभाते हैं। किसी टीम का अपने होमग्राउंड में किया गया गोल होम गोल और दूसरी टीम के होमग्राउंड पर किया अवे गोल कहलाता है। अगर लिवरपूल 3-2 से भी अगला मैच जीत जाता है तो अवे गोल के कारण एटलेटिको को क्वार्टर फाइनल में एंट्री मिल जाएगी। ऐसे में 12 मार्च को खेले जाने वाले दूसरे लेग के मुकाबले लिवरपूल को यह मैच कम से कम 2 गोल के अंतर से जीतना होगा। लिवरपूल ने पिछली बार फाइनल में टॉटेनहैम हॉटस्पर को 2-0 से हराकर छठी बार खिताब अपने नाम किया था। अब तक टूर्नामेंट में सभी 32 टीमों के बीच कुल 125 में से 104 मैच हो चुके हैं। इनमें 3 गोल प्रति मैच की औसत से कुल 327 गोल दागे गए।
म्यूनिख ने इस टूर्नामेंट में सभी मैच जीते
जर्मनी का फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने टूर्नामेंट के अपने सभी 7 मैच जीते। कोई मैच ड्रॉ भी नहीं हुआ। इसके बाद इंग्लिश क्लब मैनचेस्टर सिटी ने 7 में से 5 मैच जीते, 2 मुकाबले ड्रॉ खेले। फरवरी में ही यूईएफए ने सिटी को फाइनेंशियल फेयर प्ले (एफएफपी) नियम के उल्लंघन का दोषी पाया था। साथ ही टीम पर चैम्पियंस लीग में खेलने पर 2 साल का प्रतिबंध और 232 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था।
टूर्नामेंट में लिवरपूल ने 7 में से 4 मैच जीते, 2 हारे और 1 ड्रॉ खेला। इटली के क्लब युवेंटस ने 7 में से 5 मैच जीते, 1 हारे और 1 ड्रॉ खेला। क्रिस्टियानो रोनाल्डो इसी क्लब से खेलते हैं। वहीं, लियोनल मेसी के क्लब बार्सिलोना ने 7 में से 4 मैच जीते और 3 ड्रॉ खेले।
लेवानडॉस्की ने सबसे ज्यादा 11 गोल दागे
टूर्नामेंट में बायर्न म्यूनिख के रॉबर्ट लेवानडॉस्की ने 6 मैच में सबसे ज्यादा 11 गोल दागे और 2 असिस्ट किए हैं। दूसरे नंबर पर बोरुसिया डॉर्टमंड के एर्लिंग हालंद (19 साल) हैं। उन्होंने 7 मैच में 10 गोल दागे और एक असिस्ट किया। वहीं, रोनाल्डो और मेसी इस बार ज्यादा कुछ खास नहीं कर सके। मेसी ने 6 और रोनाल्डो ने 7 मैच में 2-2 गोल दागे हैं।